1. खोलो किवाड़ भीतर के 07.26 2. विश्वास मैडिटेशन (मध्यान) 33.41 3. प्रवचन 03.05 4. सब कुछ तो पा लिया है 20.06 5. सुखों का भंडार मिल गया है 09.53 6. मैंने देख लिया रे जग सारा 07.31
1. ध्यान जागे मौन जागे 07.04 2. विश्वास मैडिटेशन (संध्या) 30.00 3. जाग उठेंगी ध्यान की लहरें 29.24 4. सर को ही नहीं 20.53 5. मैंने देख लिया रे जग सारा 19.55